Kavita Jha

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भोर भयो जब पनघट पर...

अब भोर भयो जब पनघट पर
पर जमघट ना दिखे
कोरोना काल में
घर से  कोई नाहि निकले
गोपिया ना ही राधा रानी
कृष्णा भी मंदिर में बैठे
सोचत ई का भयो
भक्तन सब कहाँ गयो
मंदिर सब बंद पडौ़
ऐसा भया पहली बार
जगत मा
घर से कोई निकल नहीं सकै
कैसे पनघट जावै
बाहर पुलिस खड़ी  हौ
मास्क लगाना भया जरूरी
कृष्णा कईसे बाँसुरी बजावे
राधा गोपियो संग कैसे पनघट पर आवे
जमघट अब कहीं ना दिख पावे

◼️◼️

कविता झा'काव्या कवि '

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1 Comments

Miss Lipsa

02-Sep-2021 09:26 PM

Nice

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